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एन.के.एच. (न्यु कोरबा हॉस्पीटल) के प्रबंध संचालक चिकित्सक एस. चन्दानी, अविनाश तिवारी एवं अन्य जिम्मेदार चिकित्सको के द्वारा मरीज शांति देवी का लापरवाही पूर्वक ईलाज करने का बड़ा आरोप


एन.के.एच. (न्यु कोरबा हॉस्पीटल) के प्रबंध संचालक चिकित्सक एस. चन्दानी, अविनाश तिवारी एवं अन्य जिम्मेदार चिकित्सको के द्वारा मरीज शांति देवी का लापरवाही पूर्वक ईलाज करने का बड़ा आरोप 


एन.के.एच. (न्यु कोरबा हॉस्पीटल) के प्रबंध संचालक चिकित्सक एस. चन्दानी, अविनाश तिवारी एवं अन्य जिम्मेदार चिकित्सको के द्वारा मरीज शांति देवी का लापरवाही पूर्वक ईलाज करने का दिखावा कर तथा सुनियोजित तरीके से मरीज की जान को गंभीर खतरा बताकर ईलाज के नाम पर अनावश्यक 67,200 रूपये अवैध वसुली किये जाने पर संबंधित हॉस्पीटल एवं दोषी चिकित्सको के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध

मेरी माता शांति देवी उम्र 64 वर्ष दिनांक 31/12/2024 को लगभग 1:00 AM पर घर में ही अचानक श्वास लेने में परेशानी होने पर उन्हें एस.ई. सी.एल. बांकी-सुराकछार हॉस्पीटल में भर्ती कराया था किंतु लगभग 2 घण्टे के ईलाज होने पश्चात भी स्वास्थ में सुधार होता ना देख संबंधित डॉक्टर के द्वारा उन्हे हॉयर सेंटर न्यु कोरबा हॉस्पीटल ले जाने की सलाह दिया गया तथा सहमति दिये जाने पर उनके द्वारा मरीज को विभागीय ऐबुलेंस से NKH कोरबा भेज दिया गया जहाँ उन्हे उक्त तिथि को ही लगभग 4:00 AM प्रातः भर्ती किया गया उस समय भी मरीज को केवल श्वास लेने में ही दिक्कत हो रहा था तब इमरजेंसी के डॉक्टरों के द्वारा मरीज को ICU में ले जाकर आक्सीजन देना प्रांरभ किया गया कुछ के पश्चात ही अविनाश तिवारी एवं उनके सहयोगी डॉक्टरो के द्वारा मरीज का परीक्षण करते हुए उन्हें गंभीर स्थिती (Critical stuation) में होना बताते हुए मुझे सही ढंग से फक्शन नही कर रहा है, उनका एक किडनी पुरी तरह से खराब हो गया है तथा दुसरी किडनी भी 50% डेमेज हो गया है तथा उनका दोनों लंग्स भी काफी इन्फेक्टेंड है तब मेरे द्वारा डॉक्टरो को जानकारी दिया गया कि मरीज को कभी भी किडनी से संबंधित कोई परेशानी नहीं हुआ है किंतु उन डॉक्टरो के द्वारा मेरी बातो को अनसुना करते हुए मरीज को डायलिसिस कराने तथा सुधार ना होने 15-01-2025 की स्थिती में वेटिलेटर पर डालते तक की बात कही गई इस दौरान लगातार ICU केबिन से मुझे कैश काउन्टर में रूपये जमा करने तथा बार-बार मेडिसिन लाने हेतु कावा स्लीप दिया जाता रहा जिसे मैं नगद भुगतान करते हुए हॉस्पीटल का बिल तथा संबंधित दवाईयाँ खरीद कर उन्हे प्रदान किया। मुझे उस समय शंका हुआ जब मरीज के लिए आवश्यक दवाईयों को मरीज की ICU केबिन में भेजने पर वहाँ के स्टॉफ के द्वारा मरीज का मेडिसिन लेने से इंकार करते हुए इमरजेंसी केबिन में पहुँचाने हेतु कहा जाता था, और वह मेडिसीन मेरे मरीज तक नहीं पहुंचता था। इस (छत्तीसगढ़) दौरान लगभग 30 घंटों के ईलाज होने के पश्चात डॉक्टर अविनाश तिवारी एवं अन्य डॉक्टरो के द्वारा
मरीज को तत्काल वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखने हेतु सूचना देते हुए सहमती मांगा गया तथा मरीज के बचने की उम्मीद 5% बताया गया तब मैं उन्हे मरीज को वेटिलेटर पर रखते संबंधी सहमति देने से इंकार करते हुए मरीज को किसी अन्य हॉयर हॉस्पीटल ले जाने की बात कहकर उन्हे डिस्चार्ज करने हेतु कहां गया किंतु संबंधित डॉक्टर मेरे निर्णय से बौखला गए और मरीज को हॉस्पीटल से डिस्चार्ज करने से आना-कानी करते हुए मरीज को हॉस्पीटल से बाहर जाते ही जान का खतरा बताकर मुझे डराने का प्रयास किये किंतु मेरे द्वारा अपने निर्णय पर अटल रहने के कारण उन सभी के द्वारा मुझसे विभिन्न हस्तलेख पेपर तैयार कर उस पर हस्ताक्षर लिया गया जिसके पश्चात मुझे कैश सेक्सन में जाकर कुल बिल जमा करने कहा गया तब मैं कैश सेक्सन जाकर बचत राशि सहित कुल बिल 63,000/- रूपये जमा किया इस दौरान जब मैं ICU केबिन में मरीज से मिलने गया तब मैंने देखा की ICU के डॉक्टर एवं सहयोगी स्टाफ जल्दी-जल्दी में मरीज को कई तरह के इंजेक्शन अनावश्यक रूप से देने में लगे हुए है मेरे द्वारा मरीज की अत्यधिक पीड़ा को देखते हुए मरीज को अनावश्यक मेडिसीन (इंजेक्शन) देने पर आपत्ति किया गया किन्तु वे नहीं रूके और अनावश्यक उपचार जारी रखे जिसके कारण मरीज की स्थिति और खराब हो गया तथा किडनी के पास अत्यधिक घातक इंजेक्शन दिये जाने से कमर के पास का पुरा हिस्सा अत्यधिक लाल एवं एसीड से जले होने जैसा प्रतीत होने लगा जिसके बाद मैं विलंब न करते हुए मरीज शांति देवी को उसी स्थिती में NKH हॉस्पीटल से 01/01/2025 लगभग 05 बजे शाम डिस्चार्ज करा लिया ।
मैं मरीज को NKH हॉस्पीटल से वहा के ही एंबुलेस के सहयोग से अपोलो हॉस्पीटल बिलासपुर लेकर गया उक्त तिथि 01/01/2025 को लगभग 7:30 बजे शाम अपोलो हॉस्पीटल बिलासपुर के एमरजेंसी में भर्ती किया जहां पर मरीज को जाँच पश्चात निमोनिया बिमारी से ग्रसित होने की पुष्टि करते हुए ईलाज प्रांरभ किया गया तथा 08 दिन तक समुचित उपचार पश्चात उन्हे दिनांक 09/01/2025 को स्वस्थ हालत में डिस्चार्ज किया गया।
NKH हॉस्पीटल के चिकित्सक एस. चन्दानी, सहित अविनाश तिवारी एवं उनके सहयोगी चिकित्सको के द्वारा निजी लाभ प्राप्त करने के आशय से मरीजो के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, सामान्य बिमारीयों से ग्रसित मरीजो को भी गंभीर बिमारी के लक्षण बता कर उनका ईलाज करने के नाम पर उन्हे तथा उनके परिजनो का आर्थिक रूप से शोषण किया जाता है सक्षम परिवार से संबंधित मरीजो, केशलेस सुविधा प्राप्त मरीजो एवं सिनियर सिटीजन (वरिष्ट नागरीक) के लिए NKH हॉस्पीटल अभिषाप है जिन्हे यह हॉस्पीटल केवल अपनी आमदनी का साधन बनाकर मरीजो के ईलाज करने का दिखावा करता है। मरीजो को अनावश्यक महंगी से महंगी दवाए अत्यधिक मात्रा में लिखकर उक्त दवाओ को आंशिक रूप से मरीजो को देने के बाद समस्त दवाए उनके द्वारा पुनः अपने फॉरमेसी में भेज कर अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर मरीज एवं उनके परिवार वालो का आर्थिक शोषण किया जाता है तथा बिना किसी विशेषज्ञ डॉक्टर के मरीजो का ईलाज किया जाता है जो मरीजो के स्वास्थगत दृष्टिकोण से अनुचित है इसलिए NKH हॉस्पीटल तत्काल प्रतिबंधित किये जाने योग्य है।
 एन.के.एच. (न्यु कोरबा हॉस्पीटल) के प्रबंध संचालक चिकित्सक एस. चन्दानी, अविनाश तिवारी एवं अन्य जिम्मेदार चिकित्सको के द्वारा मरीज शांति देवी का लापरवाही पूर्वक ईलाज करने का दिखावा कर तथा सुनियोजित तरीके से मरीज की जान को गंभीर खतरा बताकर ईलाज के नाम पर अनावश्यक 67,200 रूपये अवैध वसुली किये जाने पर संबंधित हॉस्पीटल एवं उनके दोषी चिकित्सको के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध करने हेतु निर्देशित करने की कृपा करे

जुड़ा हुआ:-

1. एनकेएच हॉस्पीटल कोरबा के ईलाज संबधी दस्तावेज की छायाप्रति ।

2. अपोलो हॉस्पीटल बिलासपुर के ईलाज संबधी दस्तावेज की छायाप्रति ।

प्रतिलिपि:-

1. माननीय जे.पी. नड्डा, केन्द्रीय स्वास्थ मंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली को सूचनार्थ एवं सबंधित एनकेएच हॉस्पीटल के विरूद्ध उचित कार्यवाही हेतु अग्रेषित।

2. माननीय श्याम बिहारी जायसवाल स्वास्थ मंत्री, छ.ग. शासन को सूचनार्थ एवं एनकेएच हॉस्पीटल के विरूद्ध उचित कार्यवाही हेतु अग्रेषित ।

3.  कलेक्टर महोदय, कोरबा जिला कोरबा (छ.ग.) को सूचनार्थ एवं एनकेएच हॉस्पीटल के विरूद्ध उचित कार्यवाही हेतु अग्रेषित।

4. जिला चिकित्सा अधिकारी, कोरबा जिला-कोरबा (छ.ग.) को सूचनार्थ एवं एनकेएच हॉस्पीटल के विरूद्ध उचित कार्यवाही हेतु अग्रेषित।

5. थाना प्रभारी महोदय, थाना-रामपुर, कोरबा जिला कोरबा (छ.ग.) को सूचनार्थ एवं एनकेएच हॉस्पीटल एवे उनके चिकित्सको के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किये जाने हेतु अग्रेषित

प्रमोद कुमार (मरीज अटेंडर)  मो.न.-9039171740 0803417170


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