पोता-पोती के साथ दादा जी को भी ख़ुशी मिल गई•••
*जब बच्चों के साथ बंधी प्रीत की डोर ।*
रंग-बिरंगी पतंग बच्चों के मन को बहलाती, और बड़े-बूढ़ो को भी हैं हर्षाती !
ऊपर जाकर छोटी-सी दिखती , संक्रांति पर खुशियां बांटें यही पतंग !!
न्यूज चांपा । संसार में दादा-दादी और पोता-पोती का रिश्ता पीढ़ियों के अंतर के बावजूद बहुत आत्मीय और प्यार भरा रिश्ता होता हैं डागा कॉलोनी निवासी बरपाली चौक चांपा रोशन लाल हार्डवेयर के संचालक रोशन लाल अग्रवाल ने अपने पोता - पोती लक्ष्य और अंशिका के साथ सुबह मकर संक्रांति पर घर में पतंग उड़ाकर बच्चों के साथ दिनभर खूब पतंग उत्सव का आनंद लिया वैसे भी मकर संक्रांति मिलने-जुलने और परिवार के साथ उत्सव मनाने का पर्व हैं छत पर पतंग उड़ानें,पेंच लड़ाने और कटी हुई पतंगों को देख-देखकर दोनों बच्चें के साथ श्याम भी बहुत खुश हुआ । जिंदगी को जीभर कर जीना चाहिए , चाहे पर्व हो या त्यौहार ! खुश रहने के लिए बड़ा कारण ना ढूंढ़िये ,छोटी-छोटी चीजों में भी खुशियां छिपी होती हैं ।
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